Awara lyrics | Dabangg 3 | Salman Khan, Sonakshi S,Saiee M | Salman Ali, Muskaan | Sajid Wajid - Salman Ali, Muskaan Lyrics
Awara | Dabangg 3 | Salman Khan,Sonakshi S,Saiee M | Salman Ali, Muskaan | Sajid Wajid - Salman Ali, Muskaan Lyrics
Singer | Salman Ali, Muskaan |
Music | Sajid-Wajid |
Song Writer | Sameer Anjaan, Sajid |
पहला पहला इश्क़ हुआ है
पहला तजुर्बा पहली दफा है
हो तू जो नही तो कुछ भी नही है
साँसों के चलने की तू ही वजह है
मांगे फ़क़ीर दुआ-ऐ-अल्लाह
यार दी सूरत मशा अल्लाह
रीत न जानु, रिवाज न मानु
में ते ठहरा सादा बंदा
मांगे फ़क़ीर दुआ-ऐ-अल्लाह
यार दी सूरत मशा अल्लाह
रीत न जानु, रिवाज न मानु
में ते ठहरा सादा बंदा
बेचारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
आवारा, आवारा, आवारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
कल परसों के लिए न तो बरसों के लिए
तुझको है मांग हर जन्म के लिए
हो मेरी तो दुआएं सारी
मेरी तो वफ़ाएँ सारी
जो भी हैं वो हैं मेरे सनम के लिए
हो मैं भी सजदे में झुका कर सर
दुआ मैं माँगता हूँ तुझे
न होगी आखिरी दम तक ये चाहत कम
आवारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
जब न मैं देखूं तुझे
जब न मैं सोचूं तुझे
मेरे दिन ढले ना मेरी रात हो
कोई भी ज़माना आए
कोई भी ठिकाना आए
कोई संग हो न हो तेरा साथ हो
तेरी यादों के साए में
मैं एक-एक पल बिताता हूँ
कहीं जाऊं तेरे चर्चा तेरी बात हो
आवारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
आवारा, आवारा, आवारा दिल मेरा
मेरा दिल, मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
पहला तजुर्बा पहली दफा है
हो तू जो नही तो कुछ भी नही है
साँसों के चलने की तू ही वजह है
मांगे फ़क़ीर दुआ-ऐ-अल्लाह
यार दी सूरत मशा अल्लाह
रीत न जानु, रिवाज न मानु
में ते ठहरा सादा बंदा
मांगे फ़क़ीर दुआ-ऐ-अल्लाह
यार दी सूरत मशा अल्लाह
रीत न जानु, रिवाज न मानु
में ते ठहरा सादा बंदा
बेचारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
आवारा, आवारा, आवारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
कल परसों के लिए न तो बरसों के लिए
तुझको है मांग हर जन्म के लिए
हो मेरी तो दुआएं सारी
मेरी तो वफ़ाएँ सारी
जो भी हैं वो हैं मेरे सनम के लिए
हो मैं भी सजदे में झुका कर सर
दुआ मैं माँगता हूँ तुझे
न होगी आखिरी दम तक ये चाहत कम
आवारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
जब न मैं देखूं तुझे
जब न मैं सोचूं तुझे
मेरे दिन ढले ना मेरी रात हो
कोई भी ज़माना आए
कोई भी ठिकाना आए
कोई संग हो न हो तेरा साथ हो
तेरी यादों के साए में
मैं एक-एक पल बिताता हूँ
कहीं जाऊं तेरे चर्चा तेरी बात हो
आवारा दिल मेरा
मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
आवारा, आवारा, आवारा दिल मेरा
मेरा दिल, मेरा दिल तुझको ही ढूंढता रहता है
No comments